चेतन निर्मल संवाददाता
कल्याण : कल्याण स्टेशन के वेटिंग रूम से 4 वर्षीय बालक का अपहरण करने वाले एक व्यक्ति को रेलवे अपराध शाखा की टीम ने 12 घंटों के भीतर गिरफ्तार कर बच्चे को उसके माता-पिता के हवाले किया। अपहरणकर्ता को 4 लड़कियां है और उसे एक लड़का चाहिए था। इसलिए उसने 4 साल के मासूम का अपहरण किया यह बात पुलिसिया जांच में सामने आई है।
पुलिस के मुताबिक करण गुप्ता व उसकी पत्नी सुभांगी गुप्ता यह कल्याण में मजदूरी का काम करते हैं। दो साल की एक लड़की कीर्ति व चार साल का अथर्व नाम का इन्हे एक लड़का है। सोमवार को कपड़ा धोने के लिए यह कल्याण स्टेशन के वेटिंग रूम में आए लेकिन साबुन न होंने की वजह से साबुन लेने के लिए बच्चों को वहीं पर खेलता हुआ छोड़कर चले गए। दोनो बच्चों के साथ अन्य चार लड़कियां वहां पर खेल रही थीं और उनके माता पिता वहां पर थे। उन्हे ही बच्चों की निगरानी करने को कहकर शुभांगी कल्याण स्टेशन के बाहर साबुन लेने चली गई।
जब शुभांगी और करण वापस आए तो उन्होंने देखा की उनका बेटा अथर्व और चार बेटियों के साथ वाले दंपति वहां से गायब हैं जिनकी निगरानी में वह बच्चों को छोड़कर गए थे। आसपास बेटे को ढूंढने के बाद वह रेलवे क्राइम ब्रांच के पास गए और घटना के बारे में बताया। कल्याण रेलवे क्राइम ब्रांच ने तुरंत एक टीम बनाकर बच्चे की खोज शुरू कर दी। सीसीटीवी फुटेज में यह दिखा की एक व्यक्ति अथर्व को लेकर स्टेशन से बाहर जा रहा है। रात आठ बजे के करीब अथर्व को लिए हुए एक व्यक्ति कल्याण स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर नजर आया जो की जालना जाने की तैयारी में था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर उससे पूंछताछ की तो उसने अपना नाम कचरू वाघमारे उर्फ बाला बताया वह नाशिक का निवासी है और बेटे की चाहत में उसने अथर्व का अपहरण किया था यह उसने पूंछताछ में कबूल किया।