तभी तो हाल ही में दिवाली के चलते हमारे सूत्रों से जानकारी मिली है जीतू और फूलपगारे का अवैध बिना पुलिस ड्यूटी करने वाला निजी आदमी कनैया ने क्लब मटका अवैध पटाखा सहित अवैध रूप से धंधे चलाने वालों को फरमान जारी कर दिया है। कि हमारे फुलपगारे सब यहां से दूसरी जगह ट्रांसफर करने वाले हैं इसलिए उनकी लास्ट दिवाली उल्हासनगर में है तो आज से दिवाली का महापर्व धनलक्ष्मी के महापूजा धनतेरस के रूप में मनाई जाने वाली है तो आज के दिन हम लोग अपनी हैसियत अनुसार कोई धनवान हो तो गोल्ड, फ्लेट, जमीं, शेयर खरीदते हैं तो कोई घोर गरीब मिडिल क्लास इंसान को चांदी ,कोई स्टील तो कोई छोटी-छोटी चीज खरीद कर मां लक्ष्मी जी का और कुबेर भंडारी जी का स्वागत दिल खोलकर करते हैं। वही उल्हासनगर में लाखों रुपए का हेर फेर करने वाले जुआरी क्लब चलने वाले अब गोल्ड कॉइन के रूप में किसी ने सिका तो किसी को गोल्ड के समान जैसे चैन, कंगन, रिंग के रूप में जीतू के आदेश के अनुसार फुलपगारे का भोग लगाना पड़ेगा। लगाएंगे भी क्यों नहीं क्योंकि इन सब क्लब मटके चलाने वालों के ऊपर विशेष कृपा तभी फूलपगारे की जीतू के रूप में बनी रहेगी। बाकी एसीपी डीसीपी या थाने क्राइम ब्रांच कुछ भी करें इनके ऊपर एक्शन पर फूलपगारे के होते उनके ऊपर कोई तकलीफ नहीं आने देंगे। तभी तो कहते हैं सुना गया है जीतू से की 'सैया बाय कोतवाल तो अब डर काहे का'...
खैर इंतजार कीजिए जल्दी और क्लब और अवैध धंधे खुलासे के साथ-साथ जीतू पाटिल कौन से बड़े ऑफिसर की वसूली करते सब को दम दे देता रहता है। कौन है फुल पगारे की रैंक से बड़ा ऑफिसर जिसका जीतू खुद को वसूली करता बताता है।