टीबी मरीजों के लिए विशेष सुविधाएं
बीएमसी के सभी 24 डिवीजनों में 28 सीबीएनएएटी चिकित्सा प्रयोगशालाओं में संचालित 42 सीबीएनएएटी मशीनों के माध्यम से टीबी रोगियों को सेवाएं मुहैया कराई जाती हैं। मुंबई में टीबी रोगियों के लिए 211 स्वास्थ्य केंद्र और 186 क्लीनिक, 16 सामान्य अस्पताल, 5 मेडिकल कॉलेज और 200 निजी क्लीनिक काम कर रहे हैं। मल्टी ड्रग प्रतिरोधी टीबी रोगियों के लिए पूरे मुंबई में 27 डीआर टीबी उपचार केंद्र हैं। इनमें से 7 डीआर टीबी उपचार केंद्र निजी हैं। केंद्रीय टीबी रोग विभाग के माध्यम से मरीजों के बैंक खाते में 500 रुपए प्रति महीने जमा किए जाते हैं। 

कुष्ठ रोगियों का मुफ्त इलाज
कुष्ठ रोगियों के इलाज के लिए भी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त सुविधा है। कुष्ठ रोग दो प्रकार का होता है। गैर-संक्रामक कुष्ठ रोग और संक्रामक कुष्ठ रोग। बहु-औषधि उपचार से कुष्ठ रोग पूरी तरह से ठीक हो सकता है। गैर-संक्रामक मरीजों को 6 महीने और संक्रामक रोगियों को 1 वर्ष की अवधि के लिए दवा दी जाती है। 

टीबी रोग के लक्षण

14 दिन से अधिक खांसी, शाम को बुखार, वजन में कमी, बलगम में खून, सीने में दर्द, गर्दन में सूजन टीबी के लक्षण हैं। सामान्य दवा लेने पर भी ये लक्षण ठीक ना होना टीबी का संकेत है। ऐसे में तुरंत नज़दीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर जांच करनी चाहिए। 
 
कुष्ठ रोग के लक्षण
रोगियों की त्वचा पर हल्के व लाल रंग के धुंधले धब्बे या निशान। मोटी, सुस्त तैलीय चमकदार त्वचा, कानों का मोटा होना, भौंहों के बालों का पतला होना, हथेलियों और तलवों में झुनझुनी, सुन्नता और चोट, टेढ़ी उंगलियां, हाथ और पैरों में कमजोरी, चलते समय चप्पल गिरना आदि लक्षण शामिल हैं। 

स्वास्थ्य कर्मियों से सहयोग की अपील 
डॉ. दक्षा शाह, बीएमसी की कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि इस अभियान में प्रारंभिक जांच के दौरान पाए गए टीबी और कुष्ठ रोग के संदिग्धों की जांच नजदीकी मनपा अस्पताल में की जाएगी। टीबी रोग के लिए बलगम जांच और एक्स-रे जांच मुफ्त की जाएगी। घर-घर स्वास्थ्य जांच के लिए आने वाले स्वास्थ्य कर्मियों का लोग सहयोग करें। बीमारी के लक्षण दिखने पर मरीज शीघ्र मनपा या सरकारी अस्पताल से संपर्क करें और बिना घबराए इलाज कराएं।