‘अगर बाला साहेब आज होते तो PM मोदी को शाबाशी देते’

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 मुंबई: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने शुक्रवार को फोर्ट के रीगल सिनेमा चौक पर शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की पुण्यतिथि के मौके पर उनके भव्य प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिए ठाकरे समूह के प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की आलोचना की। साथ ही उन्होंने राम मंदिर मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि अगर बाला साहेब ठाकरे आज जीवित होते तो नरेंद्र मोदी की सराहना करते। 


हम राज्य के सभी घटक को राहत देने के लिए काम कर रहे

एकनाथ शिंदे ने कहा, “हम राज्य के सभी घटक और आम आदमी को राहत देने के लिए काम कर रहे हैं। हम इस राज्य के समग्र विकास का काम कर रहे हैं। हम राज्य में बंद पड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। आपने एक नया प्रोजेक्ट शुरू किया। नई योजनाएं शुरू की गई हैं।” उन्होंने कहा, “हम बालासाहेब ठाकरे की प्रेरणा और शिक्षाओं के कारण ही ऐसे फैसले लेते हैं।”


‘बालासाहेब ने की होती मोदी की सराहना’

मीडिया से बात करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा, ”अयोध्या में जल्द ही राम मंदिर का उद्घाटन होने वाला है। बाला साहेब ठाकरे की जयंती की पूर्व संध्या पर राम मंदिर का उद्घाटन किया जा रहा है। ये भी एक संयोग है। बाला साहब का सपना था कि अयोध्या में राम मंदिर बने, वैसे ही लाखों-करोड़ों राम भक्तों का भी सपना था कि अयोध्या में राम मंदिर बने। राम भक्तों के इस सपने को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरा कर रहे हैं। दरअसल, इस साल की सच्ची श्रद्धांजलि बाला साहेब ठाकरे को होगी। सीएम शिंदे ने दावा किया कि अगर आज बाला साहेब ठाकरे मौजूद होते तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देते।”


शिंदे और ठाकरे गुट के बीच हुए विवाद पर प्रतिक्रिया

एकनाथ शिंदे ने बाला साहेब ठाकरे के स्मारक स्थल पर शिंदे और ठाकरे गुट के कार्यकर्ताओं के बीच हुए विवाद पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, ”मैं स्वयं, हमारे विधायक, सांसद, पदाधिकारी, कार्यकर्ता कल स्मारक स्थल पर गए थे ताकि बालासाहेब के स्मृति दिवस पर कोई विवाद या संघर्ष उत्पन्न न हो। मैंने वहां माथा टेका, दर्शन किये। हम वहां से चले आये। जब हमारे लोग दर्शन करके जा रहे थे तो ठाकरे गुट के लोग वहां आये और उन्होंने मौके पर माहौल बिगाड़ने का काम किया। वास्तव में उन्हें वहां आने की जरूरत नहीं थी।”


हमने सभी से शांत रहने की अपील की

एकनाथ शिंदे ने कहा, “मैं आज भी मुख्यमंत्री के रूप में वहां जा सकता था। हमारे कार्यकर्ता भी जा सकते थे। लेकिन बहस नहीं,  अच्छे कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की असभ्य वर्तन नहीं। ये वो बातें हैं जो बाला साहेब को पसंद नहीं थीं। कल जो हुआ वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था। मैंने कल इसकी निंदा की। हमने सभी से शांत रहने की अपील की है। हम बाला साहेब की शिक्षाओं को लागू करने के लिए काम कर रहे हैं।’ 

उन्होंने कहा कि 2019 के चुनाव में जब वे (उद्धव ठाकरे) सत्ता की कुर्सी पर बैठे, तभी उन्होंने बालासाहेब के विचारों की आहुति दे दी थी। आज हम बालासाहेब के विचारों के साथ आगे बढ़ रहे हैं।

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